राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को भू-विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए देश भर के 22 पेशेवरों और शिक्षाविदों को राष्ट्रीय भू-विज्ञान पुरस्कार-2022 (एनजीए) से सम्मानित किया।


खान मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, पुरस्कारों को तीन श्रेणियों में बांटा गया था, लाइफ टाइम अचीवमेंट, राष्ट्रीय युवा भूवैज्ञानिक पुरस्कार और राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार। पिछले चार दशकों में हिमालय में उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रसिद्ध डॉ. ओम नारायण भार्गव को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किया गया। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर अमिय कुमार सामल को राष्ट्रीय युवा भूवैज्ञानिक पुरस्कार प्रदान किया गया। इस मौके पर राष्ट्रपति ने कहा, खनन हमारी अर्थव्यवस्था का प्राथमिक अंग है।

देश के आर्थिक विकास में खनिज विकास का महत्वपूर्ण योगदान है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान सरकार ने खनन क्षेत्र में कई प्रगतिशील परिवर्तन किए हैं। ये बदलाव खनन क्षेत्र की क्षमता और उत्पादकता को बढ़ा रहे हैं।