मध्य अमेरिका में स्थित देश होंडुरास में हिंसा लगातार बढ़ती जा रही है। अलग-अलग हमलों में रात भर में 20 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। इसी को देखते हुए सरकार ने दो उत्तरी शहरों में रविवार को कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया। 

एडगार्डो बरहोना ने बताया कि हथियारों से लैस लोगों ने शनिवार रात उत्तरी विनिर्माण शहर चोलोमा के पड़ोस में एक बिलियर्ड्स हॉल में गोलीबारी की। इसमें जहां 13 लोगों की मौत हो गई। वहीं, एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्होंने कहा कि शनिवार को सैन पेड्रो सुले के औद्योगिक शहर सहित उत्तरी वैले डे सुला क्षेत्र में अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 11 अन्य लोगों की जान चली गई। 

राष्ट्रपति ने शहर में बढ़ती हिंसा को लेकर तुंरत कर्फ्यू लगाने का एलान किया। चोलोमा में तुंरत प्रभाव से रात 9 बजे से सुबह 4 बजे के बीच 15 दिनों के कर्फ्यू लगाने की घोषणा की। वहीं, सैन पेड्रो सुला में कर्फ्यू 4 जुलाई से प्रभावी होगा।

कास्त्रो ने कहा हिंसा पर काबू पाने के लिए कई अभियान, छापे, कब्जे और नाकाबंदी की गई हैं। साथ ही चोलोमा में हत्याओं के जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने में मदद के लिए 32,707 डॉलर का नकद इनाम की घोषणा की है। बता दें, आपसी युद्धों से निपटने के लिए दिसंबर से होंडुरास के कुछ हिस्सों में आंशिक आपातकाल लागू है। 

सुरक्षा मंत्री ने रविवार को बाद में घोषणा की कि सरकार आने वाले दिनों में हिंसा फैलाने वाले लोगों को आतंकवादी करार करने के लिए कांग्रेस को एक प्रस्ताव भेजेगी। सांचेज ने कहा कि हालात को काबू करने के लिए एक हजार से अधिक पुलिस और सेना को सुला घाटी में भेजा जा रहा है। बता दें, सुला घाटी में चोलोमा और सैन पेड्रो सुल स्थित हैं।

होंडुरास के एक महिला कारागार में हाल ही में हुए दंगे में कम से कम 41 महिलाओं की मौत हो गई थी। होंडुरास की राष्ट्रीय पुलिस जांच एजेंसी ने बताया था कि तेगुसिगाल्पा के उत्तर-पश्चिम में करीब 50 किलोमीटर पर स्थित तमारा के महिला कारागार में दंगे और हिंसा हुई। अधिकतर महिलाओं की मौत झुलसने के कारण हुई। हालांकि कुछ को गोली लगने की भी खबर थी।