जोशीमठ की तरह बागवत के ठाकुरद्वारा क्षेत्र के घरों में दरारें और रिसाव की सूचना
बागपत । उत्तराखंड के जोशीमठ में घरों की दरारें अभी तक लोगों के माथों पर लकीरों के रूप में दिख रही हैं। भविष्य की चिंता में डूबे लोगों को सरकार की बड़ी मदद का इंतजार है। वहीं जोशीमठ जैसी स्थिति का सामना यूपी के बागपत जिले में लोगों को करना पड़ रहा है। बागपत के कई घरों में दरारें आ गई हैं। इस प्रकार की स्थिति ने लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया है। लोग घरों को खाली कर रहे हैं। नगर पालिका प्रशासन को पूरे मामले की जानकारी दी गई है। नगर पालिका प्रशासन की ओर से घरों की स्थिति की जांच की जानी है। इस मामले में नगर पालिका के अधिकरी ने कहा है कि हम अपनी टीम भेजकर जांच करने वाले हैं कि ऐसा क्यों हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार की ओर से स्मार्ट सिटी योजना के तहत पाइप लाइन बिछाई गई थी। यह अब कथित तौर पर लीक हो रही है जिससे दरारें आ रही हैं।
बागपत के ठाकुरद्वारा क्षेत्र के घरों में दरारें और रिसाव की सूचना मिली है। स्थानीय निवासी ने कहा कि 3-4 दिन हो गए हैं। हमने विभाग को इसके बारे में सूचित किया है लेकिन अभी तक कोई सहायता प्रदान नहीं की गई है। इस महीने की शुरूआत में 25 घरों में दरारें पड़नी शुरू हो गई थीं। कई परिवारों को निकाला गया है। कई लोगों ने अपना घर छोड़कर किराए के आवास पर रहने जाने लगे हैं। जो लोग अभी घरों में रह रहे हैं वे दहशत में अपनी रात गुजार रहे हैं। मकानों की दरारों में वृद्धि की सूचना आ रही है। जिन घरों में भी दरारों के बढ़ने का मामला सामने आया है उन्होंने जान बचाने के लिए पलायन करना ही उचित समझा है। बुधवार को कई परिवार अपने घर को छोड़कर चले गए
ठाकुरद्वारा के लोगों का कहना है कि अब रात में घरों में सोने में डर लगता है। मुहल्ले में कई माह पहले मकानों में दरार आने लगी। शुरू में किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। अब स्थिति खराब हो रही है। मकानों के फर्श धंस रहे हैं। दरारें चौड़ी हो रही हैं। दरार के चौड़ी होने के बाद दीवार के पास खुदाई कराई गई तो नीचे पानी बहता दिखा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पहले पेयजल पाइपलाइन बिछाई गई। इसके बाद गैस पाइपलाइन डाली गई। गैस पाइपलाइन के बिछाने के क्रम में पेयजलापूर्ति लाइन क्षतिग्रस्त हुई। इसी से लोगों के घरों में क्रैक आने लगे हैं।
लोगों का आरोप है कि इसकी शिकायत नगर पालिका से की गई। लेकिन शुरू में समस्या को गंभीरता से नहीं लिया गया। बुधवार को जब लोग पलायन करने लगे तो पालिका की टीम मौके पर पहुंची। मुहल्ले में लोगों के घरों की दीवारों का निरीक्षण किया गया। दरारों के संबंध में नगर पालिका अधिकारियों ने कहा कि गलियों में पेयजल लाइन की जांच कराई जा रही है। पानी का रिसाव कहां से हो रहा है यह पता नहीं चल पाया है।