भोपाल । राजधानी के प्रमुख व्यस्ततम चौराहों व्यापमं चौराहा, चेतक ब्रिज समेत करोंद चौराहे पर नए ओवरब्रिज बनाए जाएंगे। इससे शहर में होने वाले ट्रैफिक जाम से लोगों को निजात मिल सकेगी। इसके लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। अब शासन से अनुमति मिलना बाकी है। मालूम हो कि जिला प्रशासन के माध्यम से इसका प्रस्ताव पीडब्ल्यूडी के पास पहुंचेगा। केंद्र सरकार ने सेतु बंधान परियोजना के तहत प्रदेश के नौ शहरों में 21 फ्लायओवर के लिए सैद्धांतिक सहमति दी हुई है। मगर, परियोजना में शर्त यह है कि किसी भी फ्लायओवर की लागत 30 करोड़ रुपए से अधिक नहीं होगी। इसलिए ब्रिज की लंबाई और चौड़ाई को उस हिसाब से प्लान किया जा रहा है, ताकि 30 करोड़ में निर्माण पूरा हो जाए। लिहाजा व्यापमं चौराहा पर भोपाल हाट से 6 नंबर तक 540 मीटर लंबा फ्लायओवर, आईएसबीटी से गौतम नगर तक 800 मीटर लंबा, जबकि अयोध्या बायपास पर करोंद चौराहा पर 750 मीटर लंबा फ्लायओवर बनाने का खाका तैयार हुआ है। अभी शहर में अभी गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर तक फ्लाईओवर का काम चल सरकार तक जाएगा। शिवाजी नगर के 6 नंबर वाले हिस्से में बना हाकर्स कार्नर मौजूदा वक्त में ट्रैफिक का सबसे बड़ा अवरोध है। यहां सुबह दस बजे से रात दस बजे तक करीब सौ मीटर के हिस्से में जबरदस्त जाम लगता है। दरअसल हाकर्स कार्नर में आने वालों के वाहन मुख्य सड़क के दोनों ओर खड़े रहते हैं। इससे व्यापम चौराहे की तरफ से आने वाले वाहनों और सुभाष स्कूल नूतन कालेज की ओर से आने वाले वाहन फंस जाते हैं। यदि यह तीनों फ्लायओवर बन जाते है तो अरेरा हिल्स, एमपी नगर, आईएसबीटी रानी कमलापति स्टेशन और उधर करोद क्षेत्र में ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलेगी। गौरतलब है कि हबीबगंज नाके से लेकर बोर्ड आफिस तक भी एक एलिवेटेड रोड का निर्माण तेजी से चल रहा है। इससे नर्मदापुरम रोड की बस्तियों, मिसरोद, साकेत नगर की ओर से आने वाले ऐसे वाहन जिन्हें लंबी दूरी तक जाना है वे भोज सेतु से उतरकर फिर एलिवेटेड रोड के जरिये निकल सकेंगे।